युवा संस्कारवान हों, राष्ट्र के प्रति अपना दायित्व समझें : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। बोधराज सीकरी ने 26 अक्टूबर 2023 को अपना 70 वा जन्मदिन कुछ अनूठे तरीके से मनाया। प्रातः 6 बजे जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 7 ए एक्सटेंशन में आर्य समाज की सहायता से 70 हवन कुण्डीय यज्ञ का आयोजन किया, जिसमें लगभग 100 लोगों ने भाग लिया। वहां से संस्कृति गवर्नमेंट स्कूल, सुशांत लोक, सी ब्लॉक में जाकर के भारत विकास परिषद की ओर से पारितोषिक वितरण किए और जो बच्चे खेलने के लिए जा रहे हैं उन्हें स्पोर्ट्स किट भेंट की। तदोपरांत सुचेता मेमोरियल स्कूल, सेक्टर 5, गुरुग्राम में जिसका संचालन डॉक्टर सतीजा और उनकी पत्नी श्रीमती प्रतीका सतीजा लगभग 100 बच्चों को प्रेरणादायक 1 घंटे का वक्तव्य देकर विद्यार्थियों का मन जीत लिया। उनके प्रेरणादायक वक्तव्य में अध्यात्म था, हास्य था, व्यंग्य था, ज्ञान था और मैनेजमेंट की बातें थी। साथ ही उन्होंने युवाओं को संस्कारवान बनाने पर भी बल दिया और राष्ट्र के प्रति उन्हें सजग किया।
तदोपरांत श्री सीकरी जी नीलकंठ पाठशाला अंबेडकर नगर में गये, जहां पर लगभग 124 बच्चे बहुत ही गरीब परिवार से आते हैं और जिसका संचालन डॉक्टर वीना अरोड़ा करती हैं, उन्हें वहां जाकर उनके बैठने के लिए स्टूल, उनके प्रयोग के लिए बोर्ड और उनकी जरूरत के अनुसार उन्हें स्टेशनरी, कॉपियां इत्यादि भेंट की। वहाँ नन्हे नन्हे बच्चों ने हनुमान चालीसा का पाठ सुनाया और मंत्र उच्चारण किए।
इसके बाद सरकारी स्कूल अर्जुन नगर में 70 बच्चों को उनके स्कूल बैग दिए, जो या तो जिनके माता-पिता नहीं है या जिनके पिता नहीं है या वास्तव में वह गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं।
तदोपरांत ब्लिस बैंक्वेट हाल के चेयरमैन श्री संजीव कुमार जो श्री बोधराज सीकरी के मित्र हैं, ने अपने बैंक्वेट हाल में बहुत ही सुंदर भंडारे की व्यवस्था कर रखी थी, उसमें शरीक होने के उपरांत बोधराज सीकरी जनता रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग सेंटर में गए, जहां अधिकतर नेत्रहीन युवा हैं या असहाय है और जिन्हें वहां प्रशिक्षण दिया जाता है। उन 40 बच्चों को जूडो खेल खेलने के लिये 50 हज़ार की राशि दान की और उन्हें आग्रह किया कि हर मंगलवार को वें शाम को 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इसके बाद उनके भोजन की व्यवस्था के लिए सारी सामग्री बोधराज सीकरी भेजा करेंगे।
अंत में पालम विहार गौशाला में जाकर के उन्होंने पहले तो मंदिर में श्री गिरिराज महाराज के दर्शन किए और फिर गायों को चारा डाल करके गौ माता से आशीर्वाद लिया। इस प्रकार पूरा का पूरा दिन प्रात: 6 बजे से लेकर के शाम को 6 बजे तक मात्र सेवा प्रकल्प जो उनके मन में आए, उन्होंने पूर्ण किया और अपना जीवन ईश्वर के प्रति समर्पित करके प्रभु का धन्यवाद किया, आभार प्रकट किया कि हे प्रभु, हे मेरे दीनबंधु, दीनानाथ, दीनों के दयाल, करुणानिधान, सुंदर, सुखद, सुजान, आपका धन्यवाद जो आपने मुझे इस प्रकार की सेवा का समाज में सुअवसर प्रदान कर रहे हैं।
यह था बोधराज सीकरी की सेवा की अलग किस्म की शैली का एक नया तरीका।
इस आयोजन में बोधराज सीकरी के साथ प्रातः यज्ञ के समय श्री बलदेव गुगलानी, श्री धर्मेंद्र बजाज, श्री राजेंद्र बजाज, श्री रमेश कामरा, श्री राजपाल आहूजा योगाचार्य के अतिरिक्त श्री रमेश मुंजाल, श्री गजेंद्र गोसाई, श्री राजपाल आहूजा, श्री किशोरी डुडेजा, श्री सतपाल नासा, श्री द्वारका नाथ कक्कड़ भी शामिल रहे।
महिला प्रकोष्ठ की ओर से यह आयोजन श्रीमती ज्योत्सना बजाज की अगुवाई में किया गया और उनके साथ श्रीमती सुरेश सीकरी, श्रीमती शशि बजाज, श्रीमती सिमरन बजाज, श्रीमती रचना बजाज, श्रीमती रीटा और मीनाक्षी मुंजाल, पुष्पा नासा, अनिल कुमार, गौरी शंकर का विशेष सहयोग रहा। यह पूरी की पूरी टीम सारा दिन बोधराज सीकरी के संग रही ताकि उनके सामाजिक कार्य में किसी प्रकार की यदि सहायता की जरूरत हो तो यह तत्पर रहे। सब ने बोधराज सीकरी का भी आभार प्रकट किया, कि वह धन्य हैं जो उन्होंने इस प्रकार के सेवा प्रकल्प में सेवा करने का अवसर प्रदान किया।