युवा पीढ़ी को ग्रन्थों में छिपे रहस्य ढूँढ़ने चाहिए : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। श्याम जी मंदिर, न्यू कॉलोनी गुरुग्राम में श्री राजेश सूटा, जाने माने अधिवक्ता ने अपनी पुत्री श्रीमती पूजा खेत्रपाल और दामाद अभिषेक खेत्रपाल के विवाह की 21 वीं वर्षगाँठ की ख़ुशी में अत्यंत भव्य हनुमान चालीसा का पाठ करवाया। जिसमें लगभग 425 भक्तों ने सामूहिक रूप से संगीतमय तरीक़े से 21-21 बार पाठ किया ।
सूटा परिवार के कुलगुरु स्वामी योगीराज अमर ज्योति जी महाराज पालमपुर, हिमाचल से विशेष रूप से पधारे थे और उनके लिए अलग से आसन लगाया गया था। इसके अतिरिक्त गढ़ी हरसरू में माँ वैष्णो दरबार की संयोजिका पूनम माता जी भी अपनी पुत्री डॉ. अलका शर्मा के साथ पधारी थी ।
अत्यंत सुंदर रमणीक हनुमान जी का विग्रह स्थापित किया गया था। पंडित भीम दत्त जी ने विधिपूर्वक मंत्रोच्चारण से पूजा कर शंख नाद किया तदोपरांत श्री गजेंद्र गोसाई जी ने मंगलाचरण से प्रारम्भ कर ओम के पवित्र नाम का उद्घोष किया और हनुमान चालीसा के पाठ का शुभारंभ किया और धीरे-धीरे लय और ताल से लोगों के मन को मोह लिया। अंतिम दो चौपाई संपुट लगा कर गाई गई और अंतिम चौपाई तो नृत्यमय हो गई जब सारा मंदिर का प्रांगण भी नाचने लगा।
तदोपरांत बोधराज सीकरी ने सर्वप्रथम अमर ज्योति जी महाराज का अभिनंदन और स्वागत किया और पूनम माता जी और उनकी पुत्री का आभार प्रकट किया और अपने आध्यात्मिक तरकस से बाण निकाले और युवा पीढ़ी को कहा की हमें ग्रन्थों में छिपे रहस्य ढूँढ़ने चाहिए। उन्होंने अपने वक्तव्य में एक ऐसी रहस्यमयी गाथा सुनाई जिसे संभवत: सभी ने पहली बार सुना होगा। उन्होंने बताया कि राजा जनक ने सीता स्वयंवर में राजा दशरथ को क्यों नहीं बुलाया था और कैसे राजा दशरथ एक वास्तव में धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्तित्व थे कि उनका मेहतर, जिसे सफ़ाई कर्मचारी कहते हैं, भी अत्यंत धार्मिक था जिसने अपने धर्म के बल से राजा जनक की पुष्प वाटिका को कच्चे धागे से, कच्चे मटके से, कुएँ से पानी निकाल कर हरित कर दिया था जिसे शनिदेव ने अपने ग़ुस्से से जला दिया था। इस विषय को उन्होंने अत्यंत विस्तारपूर्वक वर्णित किया जिसे सुनकर लोग प्रसन्न हो गये ।
इस आयोजन में जहाँ एक ओर साढ़े चार सौ लोगों ने पाठ किया वही साढ़े छः सौ से अधिक लोगों ने भोजन प्रसाद का आनंद लिया और मंदिर के बाहर बैठे लोगों ने पूरे कार्यक्रम का आनंद एलईडी से लिया।
श्याम मंदिर में कुल 425 साधकों ने 21-21 बार पाठ किया।
इसके अतिरिक्त जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में 30 भक्तों ने पाँच-पाँच बार पाठ किया।
इसके अतिरिक्त “ जनता रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग सेंटर भीमगढ़ खेड़ी गुरुग्राम’ के 40 विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से गायकी के साथ 21-21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसका आयोजन श्री नरेंद्र शर्मा और श्री पी.पी मेहता ने किया। यह पाठ निरंतर हर मंगलवार चलेगा।
यानी तीन स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। इस प्रकार कुल 495 साधकों ने 9915 हनुमान चालीसा पाठ किये।
अब तक 162 स्थानों पर 453,007 पाठ 32,157 साधकों द्वारा पिछले सप्ताह तक हुए थे।
सब पाठ को मिलाकर 165 स्थानों पर कुल 462,922 हनुमान चालीसा पाठ 32,652 साधकों द्वारा किये जा चुके हैं।
इस आयोजन में गणमान्य व्यक्तियों में सर्व श्री गिरिराज धींगड़ा, सुरेन्द्र खुल्लर, देवेन्द्र हरीश बेकरी, अश्वनी वर्मा, राम लाल ग्रोवर, धर्मेंद्र बजाज, रमेश कामरा, कृष्ण ग्रोवर, जगदीश रखेजा, रणधीर टण्डन, सुभाष ग्रोवर, मदन सतीज़ा, तिलक चानना, रमेश मुंजाल, छाबड़ा जी, सहगल जी, रवींद्र मेहता, नितिन मलिक, युधिष्ठिर अलमादी, सतपाल नासा, अशोक सीकरी, किशोरी लाल डुडेजा, द्वारका नाथ, राजपाल नासा, ओ.पी कालरा, राजेश गाबा आदि उपस्थित रहे ।
महिला शक्ति की ओर से श्रीमती ज्योत्सना बजाज, ज्योति वर्मा, रेणु वर्मा, सुरेश सीकरी, शील सीकरी, पुष्पा नासा, रचना बजाज, सिमरन बजाज, सुंदरी कालरा उपस्थित रही।