विद्यार्थियों को “विद्यावान” बनने के लिए हनुमान जी की शरण में आना चाहिए : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। दिनांक 21 नवंबर 2023, मंगलवार प्रातःकाल की बेला में श्री बोधराज सीकरी द्वारा चलाई जा रही हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम का आयोजन जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 7 एक्टेशन में चेयरमैन प्रदीप कौशिक जी की अगुवाई में किया गया। जैसा कि पहले से परंपरा चली आ रही है कि ब्राह्मण मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्वलित कर गणेश पूजन करते हैं। उसके उपरांत श्री गजेंद्र गोसाई जिनकी निरंतर लगभग 9 महीने से व्यास गद्दी के माध्यम से गायकी के सुर हनुमान चालीसा पाठ में जब मिश्रित होते हैं तो ज्ञान की वर्षा होती है। गजेंद्र गोसाई ने 11 बार आज हनुमान चालीसा का पाठ किया और अंतिम पाठ में लगभग 350 विद्यार्थियों को नृत्य के माध्यम से मस्ती का आलम प्रदान किया।
उसके उपरांत बोधराज सीकरी ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में विद्यार्थियों को बताया कि विशेषकर विद्यार्थियों के लिए हनुमान चालीसा पाठ इसलिए आवश्यक है क्योंकि हनुमान चालीसा पाठ का पहला शब्द “श्री गुरु” अर्थात गुरु के बिना विद्यार्थी अधूरा है।
गुरु तत्व की समीक्षा के ऊपर भी बोधराज सीकरी ने संक्षेप में विद्यार्थियों को समझाया और बताया कि संत तुलसीदास जी ने हनुमान जी को “विद्यावान” कहा, यानी शिक्षित। जब विद्यार्थी उस प्रकार विद्यावान बनना चाहते हैं तो उन्हें भी हनुमान जी की शरण में आना चाहिए। उसके उपरांत सभी विद्यार्थियों को आग्रह किया कि सदा प्रसन्नचित मुद्रा में हमें रहना चाहिए और उन्होंने एक उदाहरण भी दिया :-
“हर मर्ज का इलाज नहीं दवाखाने में, कुछ दर्द ठीक हो जाते हैं मुस्कुराने में “।
उसके उपरांत बोधराज ने उन्हें सुझाव दिया कि जीवन के अंदर यदि कोई निर्णय लेना है तो उस विषय का अध्ययन करो फिर उसका स्वाध्ययन करो, फिर उसकी समीक्षा करो, फिर उसका मंथन करो, फिर उसका चिंतन करो। इसी विषय को बोधराज सीकरी ने अंग्रेजी में भी उन्हें समझाया। इसके अतिरिक्त उन्हें बताया कि जीवन के अंदर आप माता, पिता और गुरु के कर्जदार हो, उनका कर्जा तभी उतरेगा जब आप उनके कहने के अनुसार अपना जीवन यापन करोगे। विशेषकर गुरु जो सारा जीवन अध्यापक ही रह जाता है। लेकिन उसी के माध्यम से बड़े-बड़े अफसर, बड़े-बड़े नेता, बड़े-बड़े उद्योगपति, बड़े-बड़े सेनापति, हमारे देश ने प्रस्तुत किये हैं और इसके अतिरिक्त प्रेम भाव से रहना और अपने आपको संस्कारवान बनाने की विधि भी उन्होंने बच्चों को समझाई। इसके अतिरिक्त राष्ट्र के प्रति हमारा कर्तव्य, संविधान में समाविष्ट हमारे कर्तव्य और हमारे अधिकार उसका भी अध्ययन करना बहुत जरूरी है। अंत में विद्यार्थियों ने करतल ध्वनि से बोधराज सीकरी का आभार प्रकट किया और समापन की ओर अग्रसर हुए।
जी.ए.वी स्कूल में 350 विद्यार्थी, बीस स्टाफ सदस्य और तीस अन्य लोगों ने 11-11 बार पाठ किया।
ज्योत्सना बजाज जी के निवास पर शाम को पहले यज्ञ किया गया और फिर 30 महिलाओं ने 11-11 बार हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में 25 लोगों ने पाँच-पाँच बार पाठ किया।
प्रतापनगर में 60 साधकों ने 5-5 बार पाठ किया।
इसके अतिरिक्त “ जनता रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग सेंटर भीमगढ़ खेड़ी गुरुग्राम’ के चालीस विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से गायकी के साथ 21-21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसका आयोजन श्री नरेंद्र शर्मा और श्री पी.पी मेहता ने किया। यह पाठ निरंतर हर मंगलवार चलेगा।
माँ वैष्णो देवी दरबार गढ़ी हर सरु में एक साथ 12 लोगों ने बैठ कर 7 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया है।
कुल छ: स्थान पर हनुमान चालीसा का पाठ हुआ जो पहली बार हुआ।
इस प्रकार कल कुल 567 साधकों ने 6,079 हनुमान चालीसा पाठ किये।
अब तक 148 स्थानों पर 4,31,848 पाठ 30,464 साधकों द्वारा पिछले सप्ताह तक हुए थे।
कल के पाठ को मिलाकर 154 स्थानों पर कुल 437,927 हनुमान चालीसा पाठ 31,031 साधकों द्वारा किये जा चुके हैं।
इस अवसर पर रमेश कामरा, किशोरी लाल डुडेजा, दलीप लूथरा, पुष्पा नासा, सुखदेव, लाल चंद, प्रवीण कुमार, सतीश पाहुजा, योगेश गंभीर व अन्य जन उपस्थित रहे।