जन कल्याण व स्वस्थ समाज के निर्माण में संगठन निरंतर प्रयासरत : बोधराज सीकरी
यम और नियम का पालन करना अति आवश्यक : गुरु मां आनंदमूर्ति
गुरुग्राम।
आज योग शिविर के सातवें और अंतिम दिन श्री गोपाल योगाचार्य द्वारा प्रातः 5:00 बजे योग शिविर प्रारंभ कर दिया गया। सभी को हैरान करने वाली बात यह थी कि पूरा प्रांगण प्रातः 5:00 बजे योग शिविर साधकों से खचाखच भरा हुआ था। सभी ने योग साधना का भरपूर आनंद लिया। पंजाबी बिरादरी महा संगठन के प्रधान बोधराज सीकरी ने बताया कि आज की मुख्य अतिथि परम श्रद्धेय, अर्चनीय, वंदनीय आनंदमूर्ति गुरु मां का हम सभी साधकों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से योग से संबंधित ज्ञान, उनकी करुणामई कृपा व आशीर्वाद प्राप्त हुआ। बोधराज सीकरी ने मंच से गुरु मां को नमन करते हुए पिछले 6 दिन से चले आ रहे शिविर के बारे में बताया। बोधराज सीकरी ने मंच से जब यह बताया कि उन्होंने 25 साल पूर्व गुरु मां से गुरु दीक्षा ली व उनकी कृपा पात्र शिष्यों में से उनका भी एक अभिन्न स्थान है व उन पर उनकी अपार कृपा है तो यह कहते हुए वह भाव-विकल हो गए, इसे कहते हैं गुरू के प्रति आस्था। उन्होंने गुरु मां से विनम्र प्रार्थना की कि वह अपने उद्बोधन से सभी को कृतार्थ करें।
गुरु मां ने अपने उद्बोधन में बताया कि पतंजलि ने जो योग सूत्र हमें प्रदान किए हैं वह योगसूत्र निश्चित रूप से हमको, आप सब को अवश्य ग्रहण करने चाहिए ।उनका श्रवण भी करना चाहिए ,अच्छे से समझ कर उसका अभ्यास कर जीवन में लाना अति आवश्यक है। अगर हम एक अच्छा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, हम स्वस्थ शरीर जीना चाहते हैं तो योग के बिना संभव नहीं है। योग के पूर्ण रूप को समझना है तो हमें अष्टांग योग को समझना होगा। उन्होंने कहा कि “मेरा यह मानना है कि अच्छे योग ऋषि के सम्मुख जाकर योग सीखें क्योंकि यदि खाली हाथ पैर चलाने हैं तो यह योग नहीं यह तो जिमनास्टिक होगा। जिस योग को करने के लिए पतंजलि ऋषि कह रहे वह शरीर को टेढ़ा-मेढ़ा करना योग नहीं है। यम और नियम का पालन करना होता है। योग का मतलब है एलाइनमेंट। इसके अतिरिक्त उन्होंने योग से संबंधित काफी चर्चा की। उन्होंने कहा कि योग करने से पूर्व प्रार्थना अवश्य करनी चाहिए।”
इस अवसर पर उन्होंने पंजाबी बिरादरी महा संगठन द्वारा योग शिविर के आयोजन के लिए बोधराज सीकरी को साधुवाद दिया। पूजनीया गूरु माँ की वीडियो कांफ्रेंस के पश्चात प्रधान बोधराज सीकरी ने उनको नमन करते हुए सभी की ओर से आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम के समापन पर शिष्टाचार के नाते सर्व प्रथम जी.ए.वी इन्टरनेशनल स्कूल चेयरमैन व उनकी पूरी टीम का आभार व्यक्त किया गया। इसके पश्चात श्री गोपाल योगाचार्य को दोशाला व स्मृति चिन्ह देकर उनका आभार व्यक्त किया गया। इस योग शिविर के प्रभारी धर्मेंद्र बजाज व उनकी धर्म पत्नी श्रीमती ज्योत्सना बजाज का आभार व्यक्त किया व उनके कार्य की प्रशंसा की व अनिल मंनचंदा व उनकी पूरी टीम का भी आभार व्यक्त किया गया।
संगठन के प्रधान ने रमेश कालड़ा का धन्यवाद किया व अन्त में कहा “मै मंच पर तो अपने कई पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी को बुलाना चाहता हूँ परन्तु मुख्यमंत्री महोदय ने एवं गुरुग्राम के उपायुक्त ने हमारी पंजाबी बिरादरी महा संगठन से आग्रह किया था कि योग दिवस के दिन पंजाबी बिरादरी को ताऊ देवी लाल स्टेडियम गुरुग्राम में जरूर आना है। जी.ए.वी इंटरनेशनल स्कूल में चल रहे शिविर को आधा घंटा पहले समापन करके बस एवं कारों द्वारा समय पर स्टेडियम पहुंच कर योग शिविर में सभी ने भाग लिया। योग कक्षा के उपरांत श्री सीकरी ने गुरुग्राम की पुलिस आयुक्त, उपायुक्त एवं एस.डी.एम से सभी का परिचय करवाया। ताऊ लाल स्टेडियम में 5000 से अधिक लोगों के बीच में, सभी जिला के प्रशासनिक हेड, व मौजूद गणमान्य लोगों के बीच मंच से पंजाबी बिरादरी महासंगठन के प्रधान श्री बोध राज सीकरी को मंच पर बुलाकर उनका अभिनंदन किया गया और तुलसी का पौधा उन्हें भेंट स्वरूप दिया गया।
संगठन के लिए प्रसन्नता इस बात की है कि अब तो सरकार भी पंजाबी बिरादरी महा संगठन को मान्यता देने लगी है क्योंकि 7 दिन के योग शिविर में उपायुक्त, पुलिस उपायुक्त ,जी.एम. डी.ए.के सी.ई.ओ निःशुल्क योग शिविर कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त गुरुग्राम के विधायक, महाँ मँडेल्व्श्वर स्वामी धर्म देव जी और अंतिम दिन समापन आदरणीय गुरू माँ द्वारा हुआ। यह सारा श्रेय बिरादरी के प्रधान बोधराज सीकरी व उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे बिरादरी के वरिष्ठ उपप्रधान श्री ओम प्रकाश कथूरिया एवं महामंत्री श्री रामलाल ग्रोवर व पंजाबी बिरादरी महा संगठन से जुड़े हर सदस्य को जाता है।
सभी स्वस्थ और मंगलमय जीवन व्यतीत करें इसी कामना के साथ संगठन समाज कल्याण की दिशा में निरंतर क्रियाशील है।