राम साध्य भी, राम साधना भी, राम आराध्य भी, राम आराधना भी : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। कल मंगलवार दिनांक 23 अप्रैल शाम की बेला में बोध राज सीकरी द्वारा हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम के तहत पाठ का आयोजन डीएलएफ़ फेज -1 गुरुग्राम में श्री अभिषेक खनेजा के निवास स्थान पर उन्होंने अपने भ्राता विशाल, अपने मित्र नरेश चावला के सामूहिक प्रयास से आयोजित किया। आयोजन में अत्यंत सुंदर दरबार सजाया गया। पंडित भीम दत्त ने मंत्रोच्चारण के साथ शंखनाद किया और श्री गजेन्द्र गोसाई ने व्यास गद्दी से अत्यंत सुंदर तरीक़े से हनुमान चालीसा पाठ का शुभारंभ किया। डेढ़ सौ से अधिक साधकों ने श्री गजेंद्र गोसाई के लय के साथ लय मिलाकर मस्ती में संकीर्तन का आनंद लिया। तदोपरांत राम नाम की 108 बार माला का जाप कर पाठ का समापन किया। समापन से पूर्व खूब नृत्य के माध्यम से हनुमान जी को रिझाया।
आयोजन में श्री गजेन्द्र गोसाई, डॉक्टर अलका शर्मा, सह संयोजिका माता वैष्णोदेवी मंदिर गढ़ी हरसरु की गरिमायुक्त उपस्थिति रही ।
प्रारंभ में हनुमान जी के प्राकट्य दिवस के उपलक्ष्य में बोधराज सीकरी ने अपने वक्तव्य में सर्वप्रथम आयोजकों श्री अभिषेक, श्री विशाल, श्री नरेश और श्री कृष्ण जी को साधुवाद किया। उन्होंने बताया कि हनुमान जी का जन्म चैत्र मास, शुक्ला पक्ष, पूर्णिमा तिथि, मंगलवार, चित्र नक्षत्र में हुआ था और आज भी वही मास, वही तिथि, वही पक्ष, वही वार और वही नक्षत्र है। यह संयोग न जाने बहुत वर्षों के बाद बनता है। यह ईश्वर लीला है।
बोधराज सीकरी के अनुसार 4.32 अरब साल पूर्व हनुमान जी का अवतरण हुआ और सात चिरंजीवी में आज भी हनुमान जी विद्यमान हैं। जहां राम कथा होती है, वहाँ तो हनुमान जी अवश्य विराजमान होते हैं। बोध राज सीकरी ने बताया कि कैसे माँ अंजनी और पिता राज केसरी ने घोर तपस्या कर शिव जी को प्रसन्न किया और उनसे ऐसे पुत्र की कामना कि जो बल में तो रुद्र के समान हो, गति में वायु के समान और बुद्धि में गणेश जी के समान हो। इस प्रकार शिव के रुद्र अवतार का राम जी के कार्य सिद्ध करने के लिए हनुमान जी का जन्म हुआ।
इसके अतिरिक्त बोधराज सीकरी ने राम की महिमा इस बार गायकी से की। उनकी गायकी के कुछ शब्द इस प्रकार है :-
राम साध्य भी है, राम है साधना, राम आराध्य भी, राम आराधना ।
राम सृष्टि भी है, राम सृष्टा भी है, राम दृष्टि भी है, राम दृष्टा भी है।
राम है धारणा, राम धर्म भी है, राम ज्ञानी भी है, राम कर्म भी है।
राम वक्ता भी है, राम श्रोता भी है। राम संतों के दिल का ज्ञाता भी है।
बोधराज सीकरी ने भरत की अर्द्धांगिनी मांडवी का एक दृष्टांत पेश कर लोगों को अचंभित कर दिया। बोध राज सीकरी ने बताया कि एक बार किसी ने मांडवी से उसके ससुराल की चर्चा की तो मांडवी ने बताया कि उनका ससुराल विलक्षण है, जहां राम जैसे ज्येष्ठ भाई तपस्वी है, मेरे पति जैसा व्यक्तित्व त्यागी है जो राज गद्दी मिली हुई को ठुकरा देता है और एक भाई त्यागी है वो है लक्ष्मण जो बड़े भाई की ख़ातिर अयोध्या त्याग कर भाई भाभी की सेवा स्वीकारता है और सबसे छोटा भाई शत्रुघ्न बड़भागी है जो सारे गृहस्थ के कामकाज सम्भालता है और अयोध्या की सेवा करता है।
हनुमान जी के प्राकट्य दिवस के उपलक्ष्य में आयोजकों द्वारा केक भी काटा गया और आपस में अपनी संस्कृति को बचाने के लिए आश्वासन भी दिये और युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए संकल्प भी लिया।
पिछले सप्ताह तक 264 स्थानों पर 44,150 साधकों द्वारा 613,665 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।
कल के पाठ में लगभग 150 भक्तों ने भाग लिया और सभी ने 21-21 बार पाठ किया। श्रीमती ज्योत्सना बजाज के ऑनलाइन हनुमान चालीसा के पाठ के आयोजन में 18 लोगों ने 11-11 बार पाठ किया। विजय टन्डन और श्री रणधीर टन्डन की फैक्ट्री के 64 कर्मचारियों ने 2-2 बार पाठ किया। जनता रिहैबिलिटेशन सेंटर में 40 विद्यार्थियों ने 21-21 बार पाठ किया। इसके अतिरिक्त जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में 51 साधकों ने 5-5 बार सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ किया व सुशांत लोक में मॉर्निंग वॉकर 25 लोगों ने 5-5 बार पाठ किया।
इस प्रकार अब तक 270 स्थानों पर 44,498 साधकों द्वारा 618,361 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।
गणमान्य व्यक्तियों में पत्रकार एवं संपादक गुरुग्राम टुडे अनिल आर्य, धर्मेन्द्र बजाज भाजपा नेता व अध्यक्ष अर्जुन मण्डल, रमेश चुटानी, सुभाष गांधी, सुभाष नागपाल, रवि मनोचा, अश्वनी वर्मा, युधिष्ठिर अलमादी, रमेश कामरा, संदीप अनेजा एडवोकेट, ज्योत्सना एडवोकेट, किशोरी लाल डुडेजा, राजिंदर बजाज, विष्णु खन्ना, दीपक वर्मा, दीपचंद फ़ौजी, पी.एन सिंह, सलिल मिश्रा, राजीव छाबड़ा, अजय भार्गव, रमेश नरूला, सतीश चावला, जगदीश डुडेजा, अशोक तनेज़ा, ओ.पी कालरा, हरीश गांधी, रवींद्र गोसाई, संजय आहूजा मौजूद रहे।
यजमान गण में अभिषेक खनेजा, विशाल खनेजा, नरेश चावला और कृष्ण चावला की उपस्थिति रही।
महिला मंडली से ज्योत्सना बजाज, सीमा कपूर, गीता, सुरेश सीकरी, मीनू छाबड़ा, सीमा चावला, आशीमा भार्गव, मिसेज़ नरूला, सिमरन बजाज, रश्मि बजाज उपस्थित रहीं।