नूंह घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सर्वधर्म समभाव की भावना करें प्रगाढ़ : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। हाल ही में हुए नूंह (मेवात) के दंगे प्रदेश का माहौल बिगाड़ने के पीछे एक सोचा-समझा षड्यंत्र था। जैसा कि आप सभी को विदित है कि पंजाबी बिरादरी महा संगठन, गुरुग्राम एवं पंचनद समारक ट्रस्ट, गुरुग्राम की बैठक रविवार 6 अगस्त को गीता भवन (गुरुग्राम) में महामंडलेश्वर स्वामी धर्म देव, श्री बोध राज सीकरी की अध्यक्षता में हुई थी और उसमें यह निर्णय लिया गया था कि एक शिष्ट मंडल पंजाबियों एवं हिंदुओं को नूंह मेवात में हुए दंगों के पश्चात सांत्वना देने के लिए भेजा जाए। आज एक शिष्ट मंडल श्री राम किशन गांधी और श्री सुरिंदर खुल्लर की अध्यक्षता में नूंह गया जिसमें डॉक्टर वेद पाहवा, श्री रवि मनोचा, श्री सुभाष गांधी, श्री रमेश मुंजाल, श्री रमेश कामरा, श्री ओम प्रकाश कालरा, सोहना से श्री गुलशन आहूजा, श्री अशोक नासा एवं श्री मनमोहन चावला शामिल रहे। सबसे पहले शिष्ट मंडल श्री गुलशन आहूजा के साथ सोहना में जहां दंगे हुए थे वहां लोगों से मिला।
उसके बाद शिष्ट मंडल नूंह पहुंचा मगर कर्फ्यू की वजह से पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने नलहड मंदिर न जाने की प्रार्थना की जिससे सभी ने मान लिया। नलहड़ मंदिर के अध्यक्ष श्री गुरचरण सिंह जी, जो की नूंह में एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल चलाते हैं और एक गुरुद्वारे के भी प्रधान हैं, उनसे शिष्ट मंडल ने टेलीफोन से बात की और उनको न आने की मजबूरी के बारे में बताया तो उन्होंने तुरंत अपने छोटे भाई सरदार मंजीत मलिक एवं बेटे गगन मलिक को मंडल से मिलने के लिए नूंह बॉर्डर पर भेज दिया।
शिष्ट मंडल ने उनसे पूरी जानकारी प्राप्त की और उनको पूरी सहायता देने का बोध राज सीकरी प्रधान और ओम प्रकाश कथूरिया वरिष्ठ उप प्रधान के आधार पर आश्वासन दिया। सरदार गुरचरण सिंह मलिक सभी धार्मिक संस्थाओं के साथ-साथ पंजाबी सभा के भी अध्यक्ष हैं। मलिक जी ने पूरे शिष्ट मंडल को पंजाबी बिरादरी महा संगठन गुरुग्राम का सहायता एवं आश्वासन देने पर हृदय से धन्यवाद किया। बिरादरी का ये शिष्ट मंडल निरंतर नूँह और सोहना के पंजाबी भाइयों के संपर्क में रहेगा।