साधकों में जोश की बढ़ोत्तरी – नृत्य में झूम उठे साधक
हनुमान चालीसा पढ़ने से साधक को जीवन की समस्याओं व भय से मिलती है मुक्ति : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। कल मंगलवार डेरावाल बिरादरी ने श्री रमेश चुटानी प्रधान और वरिष्ठ संरक्षक श्री ओमप्रकाश कथूरिया, सतीश आहूजा वरिष्ठ उप प्रधान, श्री कंवर भान वधवा, श्री राम लाल ग्रोवर और अन्य पदाधिकारियों की अगुवाई में करवाया हनुमान चालीसा का पाठ।
पाठ के दौरान साधकों ने काफी उत्साह दिखाया जिसके परिणामस्वरूप भवन पूरा श्रद्धालुओं से भरा हुआ था।
श्री बोध राज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम नए-नए रंग प्रदर्शित कर रही है। सभी के गले में बिरादरी के पदाधिकारियों ने श्री राम और श्री हनुमान की पट्टिका डालकर प्रेम से सभी का सम्मान और अभिवादन किया। साधकों में अनुशासन सराहनीय था। निरंतर 1 घंटा 25 मिनट तक चला संगीतमय तरीक़े से पाठ – श्री गजेंद्र गोसाईं की लय और ताल का समन्वय देखते ही बनता था। पाठ करने के दौरान श्रद्धालु भक्ति भाव से झूम उठे और सारा डेरावाल भवन नृत्य मय हो गया और दृश्य देखने के लायक़ था। श्री गोसाईं ने अपनी मधुर वाणी से संगत को मोह लिया।
तदोपरांत बोध राज सीकरी ने संत तुलसी दास के जन्म का व्याख्यान, तुलसी रामायण के रहस्य, सुंदरकांड की विशेषता और उसमें हनुमान जी के जीवन के कई नए-नए उदाहरण प्रस्तुत किए और अंत में हनुमान चालीसा ग्रंथ में लिखी चौपाई “विद्यावान गुनी अति चतुर राम काज करने को आतुर” की व्याख्या विलक्षण तरीक़े से की।
कैसे हनुमान जी ने सूर्य देव से शिक्षा प्राप्त की, सूर्य कन्या से उनका विवाह, लंका दहन उपरांत कैसे उन्होंने समुद्र में जाकर अपनी पूँछ बुझाई थी और कैसे जल की धारा से मछली को गर्भ होना और उससे मकरध्वज जैसा योद्धा पुत्र होना आदि नई-नई बातों को उजागर कर लोगों का मन मोह लिया।
बोध राज सीकरी ने संगत को सूचित किया कि जुलाई मास के हर मंगलवार की बुकिंग पहले से हो चुकी है। जाने-माने आयुर्वेदिक डॉक्टर और समाजसेवी श्री परमेश्वर अरोडा ने ना केवल अपनी उपस्थिति लगाई बल्कि प्रेम भाव से हनुमान चालीसा का पाठ किया और बोधराज सीकरी से प्रार्थना भी की कि सनातन योग स्थली जितेंद्र बहल पार्क न्यू कॉलोनी में पाठ करने के लिए आग्रह भी किया। संभवतः अगस्त के पहले मंगलवार को उन्हें पाठ का सुअवसर प्राप्त होगा। इसी प्रकार श्री यशपाल ग्रोवर और गंगाधर खत्री ने सामूहिक रूप से बोधराज सीकरी से अर्जुन नगर में पाठ करने के लिए प्रार्थना की और उन्हें 25 जुलाई की तारीख़ मिली है ।
बोधराज सीकरी का गिलहरी प्रयास जिससे युवा संस्कारवान बनें, लगता है रंग ला रहा है। समाज में सकारात्मक परिवर्तन दिख रहा है।
बोधराज सीकरी ने बहनों से आग्रह किया कि अपनी पुरानी परम्पराओं पर वापस आएं। बिंदी और सिंदूर जो सुहाग का परिचायक है, उसे पुनः अपनाएं जो श्रृंगार का प्रतीक है। मंदिर, गुरुद्वारा में बच्चे अच्छी पौशाक पहनकर जाएं।
इस हनुमान चालीसा पाठ में लगभग 325 साध्वी और साधकों ने 21-21 बार पाठ किया। इसी प्रकार जमपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में भी बोधराज सीकरी के आह्वान पर हर मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ निरंतर होता है। कल के पाठ में जमपुर शिव मंदिर में 41 लोगों ने भाग लेकर पाँच-पाँच बार पाठ किया। इस प्रकार कल के दिन दोनों स्थानों के मिलाकर 7030 पाठ हुए। पिछले मंगलवार तक 215000 पाठ हो चुके थे। कल की संख्या मिलाकर कुल 222235 हो गई है जिसे अभी तक कुल 14264 लोगों ने किया है।
बिरादरी के महामंत्री श्री राम लाल ग्रोवर ने प्रवचन उपरांत फूल माला और शॉल से श्री बोध राज सीकरी का, श्री गोसाईं का और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति जिनमें श्री के.के गांधी, श्री नरेश चावला, श्री अभिषेक सम्मिलित हैं, सभी का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर श्री रमेश चुटानी, श्री ओमप्रकाश कथूरिया, श्री रामलाल ग्रोवर, श्री सुभाष गांधी, श्री सतीश आहूजा, श्री सुभाष नागपाल, श्री चांद आहूजा, श्री धर्मेंद्र बजाज, श्री रमेश कामरा, श्री ओपी कालरा, श्री रमेश कालरा, श्री किशोरी लाल डुडेजा, श्री कंवर भान वधवा, श्री जय दयाल कुमार, श्री बासदेव ग्रोवर, श्री जगदीश चुटानी, श्री सुरेंद्र खुल्लर (प्रधान, श्री केंद्रीय सनातन धर्म सभा), श्री सी.बी नागपाल, श्री सी.बी मनचंदा, श्री केसर दास, श्री राजेश गाबा, श्री ओमप्रकाश गाबा, श्री हेमंत मोंगिया, श्रीमती हेमंत मोंगिया, श्री अनिल कुमार, श्री रमेश कुमार, श्री राकेश चुटानी, श्री दिलीप लूथरा, श्री युधिष्ठिर नागपाल, श्री सुभाष सरदाना, श्री महेंद्र कुमार सेठी, श्री यशपाल ग्रोवर, श्री गंगाधर खत्री, श्री कमल सलूजा, श्री रवि मनोचा, श्री पारुल कुमार, श्री नंद गाबा, डॉ. परमेश्वर अरोड़ा ( जाने माने आयुर्वेदाचार्य और योगाचार्य), श्री नरेश चावला, श्री अभिषेक, श्री दिलजीत, श्री जोगेंद्र रखेजा, श्री सुरेंद्र बरेजा, श्री रमेश मुंजाल, श्री संजय, श्री उमेश ग्रोवर, श्रीमती ज्योति वर्मा, श्रीमती रचना बजाज, श्रीमती सुंदरी कालरा, श्रीमती रमेश चुटानी व अन्य जन मौजूद रहे।