श्री गुरु तेगबहादुर जी के 400 वें प्रकाश पर्व पर पंजाबी बिरादरी महासंगठन का पानीपत में विराट आयोजन
पंजाबी बिरादरी महासंगठन ने की पहल, पानीपत में मनाया ‘रुमाला साहिब सेवा’ कार्यक्रम
श्री गुरु तेगबहादुर जी त्याग, तपस्या और बलिदान के प्रतीक : बोधराज सीकरी
सिख गुरुओं ने हमें मानवता की असल परिभाषा सिखाई : सीकरी
गुरुग्राम। हिंद की चादर, सिख धर्म के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर पंजाबी बिरादरी महासंगठन ने पानीपत में रुमाला साहिब सेवा’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया। आयोजन को सफल बनाने के लिए पंजाबी बिरादरी महा संगठन बिरादरी के उप प्रधान श्री राज कुमार कथूरिया की अगुवाई में दो बसें भर कर आज प्रातः गुरुग्राम से पानीपत के लिए रवाना हुई। इस विशाल आयोजन में बोधराज सीकरी के नेतृत्व में पंजाबी बिरादरी महासंगठन ने रुमाला साहिब की सेवा की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर संभाली।
बोधराज सीकरी ने अपने संबोधन में कहा कि हम गुरु तेग़ बहादुर जी और उनके पुत्र गुरु गोबिंद सिंह जी की क़ुर्बानी कैसे भूल सकते हैं जिन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपने आप को राष्ट्र के किए क़ुर्बान कर दिया। ऐसे शास्त्र और शस्त्र के ज्ञाता को पंजाबी क़ौम की ओर से कोटि-कोटि नमन।
गुरुग्राम से आए सभी श्रद्धालुओं ने भी इस सेवा कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर पुण्य लाभ कमाया। बोधराज सीकरी सहित संगठन के अन्य सदस्यों और गुरुग्राम से आई संगतों ने गुरु साहिब जी के शब्द कीर्तन का श्रवण किया। अनगिनत संत उपस्थित थे। आनंदमूर्ति गुरु माँ और स्वामी ज्ञाननंद जी की उपस्थिति और वक्तव्य अद्भुत था। कार्यक्रम में सेंकडो नहीं हज़ारों नहीं लाख नहीं बल्कि लाखों की संख्या में भगत जन उपस्थिति थे। परंतु लोगों का अनुशासन सराहनीय था l गुरु साहिब का लंगर निरंतर भी चलाया गया। चारों तरफ के परिवेश में गुरबाणी के स्वरों ने सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर दिया था। संतो की बाणी और प्रवचन निरंतर चलते रहे। हरियाणा सरकार के विधायक मंत्री अध्यक्ष ना जाने असंख्य प्रतिनिधि उपस्थिति रहे। मुख्य मंत्री जी की गरिमामयी उपस्थिति ने चार चाँद लगा दिए। दूर-दूर से लोग इस कार्यक्रम में गुरु घर का आशीर्वाद प्राप्त करने आये थे।
सीकरी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने श्री गुरु तेगबहादुर जी के अवतरण दिवस पर पानीपत में जो विराट आयोजन किया वह अपने आप में एक विलक्षण पहल है। उन्होंने अपने जीवन काल में ऐसा कार्यक्रम नहीं देखा और न ही कल्पना की।
सफलता का कारण है श्री संजय भाटिया जी की कुशल प्रशासनिक नीति और कर्मठ सेवा। इस प्रकार के आयोजन से युवा पीढ़ी को देश प्रेम की प्रेरणा मिलेगी। साथ ही उन्होंने राज कुमार कथूरिया और उनकी टीम को “रुमाला साहिब सेवा “ का उत्तरदायित्व लेने के लिए आभार जताया।
बोधराज सीकरी का कहना है कि श्री गुरु तेगबहादुर जी त्याग, तपस्या और बलिदान के प्रतीक हैं। हरियाणा के अंदर श्री गुरु तेगबहादुर जी का विशेष योगदान रहा है। गुरु साहिब जी ने जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, रोहतक आदि स्थानों पर भ्रमण करके समाज कल्याण के लिए तालाब, कुएं, धर्मशाला आदि बनवाए और धर्म का व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को मानवता की असल परिभाषा सिखाई है।
साथ ही बोधराज सीकरी ने श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में सभी से रात को अपने-अपने घर पर एक दीपक जलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए जो बलिदान श्री गुरु तेगबहादुर जी ने दिया है वो सदैव अविस्मरणीय रहेगा। समस्त मानवजाति को गुरु साहिब के दिखाए मार्ग पर चलने की जरुरत है।