चरैवेति चरैवेति यही तो धर्म है अपना। जीवन चलने का नाम चलते रहो सुबह शाम।
जंगल में मंगल का ज्वलंत उदाहरण आज पेश किया बोध राज सीकरी ने
हमारी भारतीय संस्कृति हमें प्रकृति से प्रेम करने की प्रेरणा देती है : स्वामी धर्मदेव
आज का नागरिक पर्यावरण के प्रति गम्भीर है : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम ‘एक पेड़ माँ के नाम’ के तहत 28 जुलाई, रविवार को आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम से बोध राज सीकरी, प्रधान पंजाबी बिरादरी महा संगठन गुरुग्राम ने असंभव को संभव करने की ताक़त दिखायी।
बोध राज सीकरी की कार्यशैली अद्भुत है। रात नौ बजे कवि सम्मेलन में शिरकत करने के बाद दिल्ली सामाजिक कार्य में दस बजे पहुँचे। वहाँ से रात डेढ़ बजे वापस गुरुग्राम आकर प्रातः साढ़े पाँच बजे पत्नी के संग सिलोखरा गाँव पौधारोपण के लिये पहुँच गये। ऊर्जा से भरपूर है सीकरी जी का शरीर। सेवा, लगन और कर्मठता ही उनके जीवन का लक्ष्य है।
बोध राज सीकरी ने घोषणा की थी कि 1008 लोग 1008 पौधे एक साथ जीएमडीए के सहयोग से लगायेंगे। बीती रात मूसलाधार बारिश होने के कारण सिलोखरा ग्राम का वह स्थान जहाँ पौधारोपण होना था पानी से भर गया और चारों तरफ़ पानी और कीचड़ था परंतु उसके बावजूद दो हज़ार से अधिक लोगों का जनसमूह जो हर जाति और हर वर्ग से था, मानो इंसानों की बाड़ आ गई हो वहाँ एकत्रित हो गया जिसमें स्कूल के तीन सौ से अधिक विद्यार्थी शामिल रहे। स्कूल के विद्यार्थियों ने बैंड के माध्यम से विशिष्ट अतिथियों का अभिनंदन किया।
पंडित भीम दत्त द्वारा मंत्रोच्चारण, स्वामी धर्मदेव जी महाराज द्वारा पहला पौधा “एक पेड़ माँ के नाम“ मुहिम के तहत लगाना, सिटी मैजिस्ट्रेट कुंवर आदित्य द्वारा और जीएमडीए के अतिरिक्त सीईओ द्वारा पौधा लगाना बहुत ही अद्भुत दृश्य था। माँ वैष्णोदेवी दरबार गढ़ी हरसरू की संचालिका पूनम माता जी की पुत्री डॉक्टर अलका शर्मा ने प्रातः काल की बेला में यह ईश्वरीय कार्य किया।
स्वामी धर्मदेव जी महाराज ने इस पौधारोपण कार्यक्रम से पर्यावरण संरक्षण करने के अनुकरणीय प्रयास के लिए श्री बोधराज सीकरी की भूरी-भूरी प्रशंसा की। स्वामी धर्मदेव जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम एक पेड़ माँ के नाम को पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक आंदोलन बताया। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति हमें प्रकृति से प्रेम करने की प्रेरणा देती है, जिसमें त्रिवेणी लगाने का विशेष महत्व है। बढ़ते प्रदूषण से आज पूरा विश्व प्रभावित है, इस पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की और पौधारोपण को प्रदूषण को नियंत्रित करने का सर्वोत्तम साधन बताया।
बोधराज सीकरी ने स्वामी धर्मदेव जी, सिटी मजिस्ट्रेट कुंवर आदित्य, जीएमडीए के एडिशनल सीईओ सुभाष यादव और लगभग 2 हजार से अधिक लोगों का इस पौधारोपण कार्यक्रम में आने के लिए, एक नन्हा सा पौधा लगाने के लिए जो कल एक वटवृक्ष का रूप धारण करेगा, सभी के जोश, उत्साह और बुजुर्गों के आशीर्वाद व स्कूल के बच्चों को साथ देने के लिए सभी का साधुवाद किया और आभार प्रकट क़िया। साथ ही उन्होंने सभी से प्रार्थना भी की कि जब भी आप पौधा लगाएं उसे सरकार की साइट पर रजिस्टर करें ताकि इस ईश्वरीय कार्य में सहयोग करने वाले व्यक्ति की सभी को जानकारी हो। इस प्रकार के आयोजन भविष्य में होंगे, ऐसी प्रतिबद्धता उन्होंने जताई।
बोधराज सीकरी ने कहा कि आज का हमारा नागरिक पर्यावरण के प्रति गम्भीर है। हमारे जीवन का आधार है प्राण ऊर्जा और प्राण ऊर्जा का आधार है पेड़-पौधे, पेड़-पौधों का आधार है प्रकृति, प्रकृति का आधार है ईश्वर और ईश्वर का आधार है परब्रह्म। साथ ही बोधराज सीकरी ने माँ और पृथ्वी माँ का जीवन में महत्व पर विचार व्यक्त किये। आज के ईश्वरीय कार्यक्रम में सहभागिता के लिए बोधराज सीकरी ने समस्त 36 बिरादरी का आभार प्रकट किया।
महिला शक्ति की कार्यशैली की झलक ज्योत्सना बजाज की अगुवाई में दिखी। सुरेश सीकरी, शशि बजाज, पुष्पा नासा, सुषमा आर्य, रचना बजाज, सिमरसन बजाज और निशी मोंगिया मीनू छाबड़ा सोनिया सचदेव नीलम मिसेज़ गंजूँ मिसेज़ खेर आदि ने उनका साथ दिया।
वशिष्ट अतिथियों में पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की बहू श्रीमती मीरा शास्त्री, तिहाड़ जेल के पूर्व डायरेक्टर जनरल श्री अविनाश खेर की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में भारत विकास परिषद की टीम राजीव छाबड़ा और श्रीमती सुरेश सीकरी की अगुवाई रही। गणमान्य व्यक्तियों में श्री शेखर तनेज़ा , आर.सी तनेजा रिटायर्ड चीफ इंजीनियर हुडा, जाने-माने पत्रकार पवन बंसल, उद्योगपति जगदीश बंसल, रमेश नरूला, सतीश चावला, अजय भार्गव, अजय अग्रवाल भारत भूषण आर्य, मुकेश नांगिया, यदुवंश चुग, गौरव चुग, रमेश मुंजाल, राजेंद्र बजाज, मीनाक्षी मुंजाल मौजूद रहे। कैटरिंग की सेवा अनिल कुमार द्वारा की गई। प्रोग्रेसिव फेडरेशन ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष दीपक मैनी अपनी टीम के साथ सहभागिता की।
अर्श विद्या स्कूल के बच्चे राजीव चोपड़ा जी के माध्यम से, सनातन धर्म स्कूल गीता भवन के विद्यार्थी सुरेंद्र खुल्लर जी के माध्यम से, भगवती विद्या मंदिर मदानपुरी स्कूल के विद्यार्थी ऊष्मा सचदेवा के माध्यम से और नीलकंठ पाठशाला के विद्यार्थी डॉक्टर वीणा अरोड़ा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के इस ईश्वरीय कार्य में अपना योगदान देने के लिए शामिल हुए।
इस आयोजन में स्वामी धर्म देव जी, कुँवर आदित्य-नगर मजिस्ट्रेट, जीएमडीए के अतिरिक्त सीईओ सुभाष यादव, डॉ. परमेश्वर अरोड़ा आयुर्वेदाचार्य और योगाचार्य, राजपाल आहूजा योगाचार्य, एस.के खुल्लर चेयरमैन गीता मंदिर, अशोक आर्य अध्यक्ष केन्द्रीय आर्य सभा, ओम प्रकाश कथूरिया, राम लाल ग्रोवर, प्रमोद सलूजा, दिनेश नागपाल, नरेंद्र यादव, प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर हेमन्त सचदेवा, धर्मेन्द्र बजाज, सौरभ सचदेवा, गजेंद्र गोसाईं, किशोरी डुडेजा, रमेश कामरा, युधिष्ठर अल्मादी, की विशेष भूमिका रही और इसके अतिरिक्त श्री सुभाष अरोड़ा, सुमित अरोड़ा की गरिमायुक्त उपस्थित रही।