बोधराज सीकरी समाजसेवी की हनुमान चालीसा पाठ मुहिम ने 6 लाख 50 हजार आंकड़े का स्थापित किया कीर्तिमान
गुरुग्राम। बोध राज सीकरी द्वारा संचालित 18 जून मंगलवार निर्जला एकादशी के पावन दिन हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम के तहत पाठ का सुंदर आयोजन गीता मंदिर न्यू कॉलोनी के प्रांगण में श्री प्रमोद सलूजा जाने माने समाजसेवी, अधिवक्ता और भाजपा के वरिष्ठ नेता की ओर से आयोजित किया गया ।
पंडित भीम दत्त और पंडित गजेंद्र के माध्यम से सर्वप्रथम पूजा अर्चना की गई। उसके उपरांत शंख ध्वनि की गई और मंगलाचरण उपरांत श्री गजेंद्र गोसाई ने हर सप्ताह की भाँति हनुमान चालीसा पाठ के पठन का प्रारंभ अपनी मधुर आवाज़ से किया। बीच-बीच में संपुट लगाकर गोसाई जी ने लोगों के मन को हर लिया और सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस प्रकार 21 बार पाठ लगभग 150 लोगों ने किया और प्रभु के चरणों में हाज़िरी लगाई।
बोध राज सीकरी ने सर्वप्रथम पुराण के अनुसार निर्जला एकादशी का महत्व विस्तारपूर्वक सुनाया और इस प्रकार के आयोजन के वैज्ञानिक, शारीरिक और मानसिक लाभ का भी वर्णन किया ताकि आज की युवा पीढ़ी को भी इन पर्वों का आभास हो। उसके उपरांत हनुमान चालीसा की चौपाई : चारों युग प्रताप तुम्हारा“ का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। इस प्रकार की विवेचना से सब का मन प्रसन्न हो गया।
उसके उपरांत ग्रंथों में से एक ऐसा रहस्य निकाल कर प्रस्तुत किया जिससे सबके रोंगटे खड़े हो गये की दशरथ के निधन के उपरांत जब श्राद्ध के कर्मकांड का अवसर आया तो ससुर का श्राद्ध कर्म उनकी बड़ी बहू सीता ने किया ना की राम ने। यह भी सिद्ध किया कि बेटियों को और बहू को भी वे सभी संस्कार करने का अधिकार है जो पुत्र को है। यदि किसी का पुत्र नहीं है तो बेटी को पूरा अधिकार है। जिसके संतान नहीं है वे जीते जी अपना संस्कार स्वयं कर सकता है। संन्यासी भी ऐसे करते हैं। कैसे मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने जटायु का पुत्र के रूप में संस्कार किया। नये-नये रहस्य बताकर युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने का प्रयास बोधराज सीकरी का सदा होता है।
पिछले सप्ताह तक 303 स्थानों पर 46,745 साधकों द्वारा 647,260 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।
कल के पाठ में लगभग 150 भक्तों ने भाग लिया और सभी ने 21-21 बार पाठ किया। श्रीमती ज्योत्सना बजाज के ऑनलाइन हनुमान चालीसा के पाठ के आयोजन में 24 लोगों ने 11-11 बार पाठ किया। विजय टन्डन और श्री रणधीर टन्डन की फैक्ट्री के 62 कर्मचारियों ने 2-2 बार पाठ किया। इसके अतिरिक्त जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में 31 साधकों ने 5-5 बार हनुमान चालीसा पाठ किया।
इस प्रकार अब तक 307 स्थानों पर 47,012 साधकों द्वारा 650,953 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।
बोधराज सीकरी ने सूचित किया कि हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम को अब विश्राम देने का समय आ गया है। 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन पंजाबी बिरादरी महा संगठन द्वारा, जिसके वे प्रधान हैं, लेज़र वैली, सेक्टर 29 गुरुग्राम में प्रातः साढ़े पाँच बजे योग के अभ्यास के लिए परम श्रद्धेय आनंदमूर्ति गुरु माँ आश्रम के संन्यासी आकर योग का अभ्यास करवायेंगे। उसके उपरांत महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा आशीर्वचन होगा। उसके उपरांत श्री गजेंद्र गोसाई के माध्यम से पाँच-पाँच बार हनुमान चालीसा का पाठ संगीतमय तरीक़े से करने के उपरांत इस मुहिम को विश्राम दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में डॉक्टर सुधा यादव जी मुख्य अतिथि के रूप में, श्री कमल यादव, भाजपा के ज़िला अध्यक्ष की अध्यक्षता होगी और श्रीमती उषा प्रियदर्शी महिला मोर्चा हरियाणा की भाजपा की अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। डॉक्टर परमेश्वर अरोड़ा स्वयं, श्री राजपाल आहूजा स्वयं योगाचार्य के रूप में उपस्थित रहेंगे और साधकों का मार्गदर्शन करेंगे । इस कार्यक्रम में 6000 से अधिक साधकों के आने की पूरी आशा है जिसमें 20 स्कूल के 4000 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित रहने वाले हैं जिसमें जीएवी इंटरनेशनल स्कूल की उपस्थिति सबसे अधिक रहने वाली है। आयोजकों ने सभी 6000 साधको के लिए टी शर्ट भी बनायी है और सभी को ब्रेक फ़ास्ट प्रसाद रूप में दिया जाएगा जो ओम स्वीट की ओर से वितरित किया जायेगा।
इस आयोजन में श्री प्रमोद सलूजा, डॉ. अलका शर्मा, श्री सुरेंद्र खुल्लर, श्री उदय भान, श्री राम लाल ग्रोवर, श्री राजेंद्र बजाज, श्री रमेश मुंजाल, श्री केसर दास, श्री श्याम ग्रोवर, श्री रमेश कामरा, किशोरी लाल डुडेजा, श्री नरेंद्र कथूरिया, द्वारिका नाथ, सुखदेव, श्री धर्मेन्द्र बजाज, श्रीमती ज्योत्सना बजाज, पुष्पा नासा, श्रीमती
गीता, श्रीमती शशि बजाज, मीनाक्षी मुंजाल, सुषमा आर्य, सुनीता खुल्लर, कमल शर्मा, वीणा अरोड़ा, सिमरन बजाज, पूनम भटनागर, विजय बंसल, राज बाला, भावना शर्मा, सुरेंद्र गुप्ता, पंडित बिजेंदर, दयाल ग्रोवर, अशोक गेरा, सतपाल नासा, श्री परवीन डुडेजा, श्री रविंदर खुल्लर, श्री राकेश खेत्रपाल, पंडित भीम दत्त, हेमंत, श्री निशी मोंगिया, जय देव गुप्ता, श्री श्याम गुप्ता, श्री मनीष खुल्लर, श्री अरविन्द गुप्ता मौजूद रहे।