प्रभु श्रीराम और प्रभु हनुमान एक दूसरे के पूरक हैं : बोधराज सीकरी
गुरुग्राम। कल दिनांक 6 फरवरी मंगलवार के दिन आरडब्ल्यूए सेक्टर 45 की टीम ने स्टेडियम के अंदर मंदिर में भव्य हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया। आयोजन कर्ता श्री ओ.पी यादव प्रधान, श्री पुनीत पाहवा महासचिव, उस क्षेत्र के निगम पार्षद श्री अनिल आरती यादव भी हनुमान चालीसा पाठ में उपस्थित रहे। इस अवसर पर गजेंद्र गोसाई जी ने सुर, लय और ताल के साथ 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया और अंत के दो चौपाइयों का नृत्य के साथ पाठ करवाया।
तदोपरांत बोधराज सीकरी ने अपने वक्तव्य में चित्रकूट का एक बहुत ही सुंदर वर्णन किया, जिसमें भरत का प्रेम, मां कौशल्या का प्रेम, ऋषि वशिष्ठ का आग्रह और उनके मन की स्थिति के बारे में बड़ी विस्तृत विवेचना की और व्याख्या करी कि किस प्रकार 5 दिन वहां पर सभी ने रहकर के महाराजा जनक के, महारानी सुलोचना के विचार इसके ऊपर गहन विवेचना करके एक नई बात उजागर की और अंत में भरत राम का प्रेम, खड़ाऊं के माध्यम से राज को चलाना, भरत की भक्ति, भरत का समर्पण, उस पर विस्तार से चर्चा की और बोधराज सीकरी ने बताया कि वह मंगलवार को ही दोपहर बाद अयोध्या धाम से पधारे हैं। अतः आप सब भाग्यशाली हैं कि मैं आप सबके बीच में इस समय हूँ और आप वहां की तरंगों का आनंद भी ले सकते हैं।
इस आयोजन में पंडित भीम दत्त ने पूजा करवायी। गणमान्य व्यक्तियों में सुरेंद्र खुल्लर प्रधान केंद्रीय श्री सनातन धर्म सभा गुरुग्राम, धर्मेन्द्र बजाज, रमेश कामरा, राजेन्द्र बजाज, किशोरी लाल डुडेजा, ओम प्रकाश कालरा उपस्थित रहे और महिला वर्ग में ज्योत्सना बजाज, रचना बजाज, सिमरन बजाज, पुष्पा नासा उपस्थित रहे।
कल सेक्टर 45, प्राचीन राम मंदिर में 100 साधकों ने 21-21 बार पाठ किया।
इसी प्रकार जनता रिहैबिलिटेशन सेंटर में पिछले कई मंगलवार से बोधराज सीकरी की अगुवाई में जो हनुमान चालीसा पाठ चल रहा है। वहां भी 40 विद्यार्थियों ने 21-21 बार पाठ किया।
इसी प्रकार जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश में भी 50 साधकों ने 5-5 बार पाठ किया।
श्री विजय टन्डन और श्री रणधीर टन्डन की फैक्टरी वी.के.रब प्लास्ट के 70 कर्मचारियों ने 2-2 बार पाठ किया।
इसके अतिरिक्त पंजाबी बिरादरी महा संगठन की महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका श्रीमती ज्योत्सना बजाज के सहयोग से, मंगलवार के दिन जहां-जहां भी हनुमान चालीसा का पाठ हो रहा है। उसके अतिरिक्त जूम के माध्यम से लगभग 27 महिलाओं ने 11-11 बार पाठ किया।
इससे पहले 207 स्थानों पर हनुमान चालीसा के 546,161 पाठ 39,486 साधकों ने किए थे।
इस मंगलवार के पाठ को मिलाकर 212 स्थानों पर 39,773 साधकों द्वारा 549,788 हनुमान चालीसा पाठ हो चुके हैं।